मथुरा।प्रयागराज में विशाल गौ माता संसद का आयोजन किया गया उसमें संपूर्ण भारतवर्ष से शंकराचार्य भगवान ,महामंडलेश्वर, पीठ के महंत मथुरा से ,वृंदावन से ,अनेकों साधु संत उपस्थित हुए ।इस समारोह में श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर का केस लड़ रहे दिनेश शर्मा भी मौजूद रहे, दिनेश शर्मा ने कहा कि गौ माता को केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्र माता घोषित कर देना चाहिए क्योंकि गौ माता के दूध में अमृत है ,गौ माता में 33 कोटि प्रकार के देवता विराजमान है, जहां गौ माता का सम्मान होगा वह देश सोने की चिड़िया कहलाएगा,क्योंकि सभी शास्त्रों में लिखा हुआ है ,गौ माता पर जहां भी अत्याचार होता वहां पर प्रलय भी आ सकती है, उन्होंने कहा गौमाता विश्व की माता है, गौ माता जहां खुश होगी वही रामराज हे ।इस मौके पर हजारों गौ भक्त संसद में उपस्थित रहे, अयोध्या में इस विशाल कार्यक्रम में संपूर्ण भारत से गौ भक्त आए। मंच पर बैठे हुए समस्त उपस्थित शंकराचार्य , पीठ के संत भगवान और दिनेश शर्मा ने विचार व्यक्त किए । अब समय आ गया है कि गौ माता का हत्या करने वाले को लाल किले से फांसी दी जाए। क्योंकिजब गौ माता को राष्ट्र माता घोषित कर देंगे तो किसी भी धर्म के मानने वाले व्यक्ति की हिम्मत नहीं पड़ेगी वह माता की तरफ आंख उठा कर देख लें।प्राचीन काल में सनातन धर्म की पहचान ही गौ माता से थी। भगवान श्री कृष्ण को गौ माता अत्यंत प्रिय थी ,दिनेश शर्मा ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण को गौ माता इतनी प्रिया थी कि उनको चराने के लिए स्वयं जंगलों में नंगे पैर जाते थे ,और माखन मिश्री खाते थे और यशोदा मैया ,नंद बाबा ने भी उसे समय 100000 गौ माता का सेवा करते थे ।गौ माता का दूध पीने से शरीर की समस्त बीमारी नष्ट हो जाती है। दूध दही में अमृत होता है जो व्यक्ति जानता है वह गौ माता के दूध का सेवन करता है और जो नहीं जानता है वह अन्य प्रकार के दूध का सेवन करता है ।लेकिन सभी संत भगवान का मानना है कि गौ माता के दूध पीने से बीमारियां कम हो जाती हैं। इसलिए ज्यादातर संतों ने मंच से यही उद्बोधन किया कि गौ माता को केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्र माता घोषित कर देना चाहिए। जगह-जगह से आए संत महात्माओं ने कहा कि अब समय आ गया है सनातनियों की सरकार है यदि इस सरकार में गौ माता को राष्ट्र माता घोषित नहीं करेंगे तो क्या सपा बसपा में करेंगे। उन्होंने कहा कि अब वह दिन दूर नहीं जब जल्द से जल्द केंद्र सरकार गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करेगी और हमारा देश फिर से सोने की चिड़िया बनेगी। इस गौ संसद में सभी के द्वारा निर्णय लिया गया कि गौ माता को रामा गौ माता नाम दिया गया और गौ आयोग बनाने की घोषणा की गई। सभी ने एक स्वर से गौ माता को पशु की श्रेणी से हटा कर राष्ट्रिय गौमाता घोषित किया जाय और ये भी कहा कि कोई भी हिन्दू गौ मांस खाता हो तो उसको हिंदू धर्म से उसका वहिस्कार कर दिया जाए।
राजकुमार गुप्ता
जिला संवाददाता मथुरा